Friday, October 16, 2009

कुछ तो हुवा है ......

कुछ तो हुवा था,उस रात की खामोशी में।
मेरी तस्वीर मिली थी उन आंखों की मदहोशी में॥

घबराया हुवा सा फ़िर रहा है मेरा यार तनहा तनहा।
सायद उसने दिल खोया है,इन बाहों की सरगोशी में॥

उसकी हथेली पर सायद वो मेरा ही नाम था।
जो लिखा था उसने मेरी जुस्तजू की बेहोशी में॥

बता रहा हु मै ऐ यार अपना हल-ऐ- क़रार तुझको।
के तेरा ही वजूद है मेरे दिल की सरफ़रोशी मै ...




2 comments:

Randhir Singh Suman said...

दीपावली, गोवर्धन-पूजा और भइया-दूज पर आपको ढेरों शुभकामनाएँ!

hindi-shero-shayari.blogspot.com said...

wish u also happy diwali and bhai dooj.................