जूनून जब हद से गुजर जाए तो कया....
वो हसीं लम्हात, वो आरजू-ऐ- इश्क
आज सारे टूटकर बिखर जाए तो क्या....
बेवफा वक़्त के आगे, न रोके दिखाना।
तेरे सामने उनकी मांग संवर जाए तो क्या....
काफिर भूलादिया तुझे न कभी पास आना
तेरी रंजिश मैं दिल कुछ कर जाए तो क्या.....
Dikshya
1 comment:
waah!! waah!!
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